वैसे अक्सर इस पुरानी शिला पर विज्ञापन ही चिपके रहते थे सो लेख से शहरवासी महरूम ही रहे, लिहाज़ा इस सड़क का नाम चलताऊ भाषा के अनुसार प्रचलन में आ गया लखीमपुर-मैंगलगंज रोड, या बेहजम रोड (लखीमपुर व मैंगलगंज के मध्य का गांव) इन चलताऊ शब्दों की उत्पत्ति मोटर क्लीनर और कंडक्टरों के मुख से हुई ………… मितौली,,,,,, मैंगलगंज …. बेहजम …….. सवारी …….. आदि